हर चूल्हे में आग रहे और आग लगे बन्दूकों को
उस यात्रा से कवि की तस्वीर, जिसका जिक्र इस फ़साने में है-अशोक कुमार पाण्डेयकश्मीर बहस-3'कश्मीर बहस' की तीसरी किस्त में एक कविता बहस को आगे बढाएगी. अशोक जी यह कविता उनकी एक कश्मीर यात्रा से उपजी है.....
View ArticleYou Strike & We will Strike back !
Feroze Mithiborwala-Feroze MithiborwalaThe message of ‘21/2 Hyderabad serial terror attack’"...This working class strike surmounted all calculations due to the scale at which the enraged working...
View Articleएक दलदल में फंसा है कश्मीर!
-प्रेम पुनेठाकश्मीर बहस - 4अन्तराष्ट्रीय कूटनीति के सबसे जटिलतम भूगोलों में से एक कश्मीर, का राजनीतिक संकट फिर चर्चा के केन्द्र में आ गया है. अबकी बार इस चर्चा की वजह बनी है कश्मीर के एक नागरिक को...
View Articleअस्मिता की राजनीति असली संघर्षों से ध्यान बंटाती हैं: आनंद तेलतुंबड़े
आनंद तेलतुंबड़े आनंद तेलतुंबड़े आइआइटी खड़गपुर में प्रबंधन के प्रोफेसर हैं. उन्होंने भारत में जाति, वर्ग, राजनीतिक अर्थशास्त्र और लोकतांत्रिक राजनीति पर क़रीब दो दर्जन किताबें लिखी हैं. उन्हें देश और...
View Articleठीक हुआ कि वो मर गई नहीं तो उससे भी अश्लील सवाल पूछे जाते : सूर्यानेल्ली की...
अरविंद शेष"...मेरे लिए यह राहत की बात है कि दिल्ली की उस लड़की की मौत हो गई। वरना उसे सभी जगह ठीक वैसे ही अश्लील सवालों से रूबरू होना पड़ता जो उसे उस खौफनाक रात को भुगतना पड़ा। इसकी वजह बताने के लिए...
View Articleऔर अंत में खुद के लिए खेलते सचिन
नन्दलाल शर्मा-नन्दलाल शर्मा"...अप्रैल में सचिन उम्र के चालीसवें बसंत को गुडबॉय कहने जा रहे है। उससे पहले माइकल क्लार्क की अगुवाई वाले कंगारुओं के दल के सामने उन्हें यह साबित करना है कि उनके...
View Articleफार्मूले का ‘इनकार’ नहीं...
उमाशंकर-उमाशंकर सिंह"...इस बदली हुई सामाजिक-सांस्कृतिक-आर्थिक स्थिति का श्रेय बाजार लेता है और कहता है उसने लड़कियों को पुराने खांचे से लिबरेट किया है। स्त्रियों के इस ‘बंधे हुए लिबरेशन’ का लाभ भी...
View Articleसरोकारी सिनेमा का सफल उत्सव : आठवां गोरखपुर फिल्म फेस्टिवल
मनोज कुमार सिंह-मनोज कुमार सिंह"...संजय काक ने कहा कि "कई चीजों के बारे में मुख्यधारा की सिनेमा में एक जो चुप्पी है, डाक्यूमेंटरी फिल्मों ने उसे तोड़ा है। हमारी दिलचस्पी इसमें है कि हम जो दिखा रहे हैं,...
View Articleमीडिया, राष्ट्रीयता और पूंजीवाद
भूपेन सिंह-भूपेन सिंह "...आख़िर मीडिया और राष्ट्रवाद के जटिल रिश्तों के पीछे किस तरह का राजनीतिक अर्थशास्त्र और दर्शन काम करता है? इतना तो तय है कि अगर भारत में निजी मीडिया का इतना विस्तार नहीं हुआ...
View Articleग्रामीणों के प्रति इंसेंसटिव, 'ईको-सेंसटिव ज़ोन'
जीवन चन्द्र 'जेसी'-जीवन चन्द्र 'जेसी'"...इको सेन्सटेटिव जोन बनाने से नेश्नल पार्कों व सेन्चुरियों से लगे क्षेत्र में निवास करने वाले ग्रामीणों का जीवन यापन मुश्किल ही नहीं असम्भव हो जायेगा। क्योंकि वे...
View Articleएक दामिनी अभी जिंदा है, आइये उसे न्याय दिलाएं !
आशीष कुमार ‘अंशु-आशीष कुमार 'अंशु'"...एक अनुमान के अनुसार लगभग पचास फीसदी बलात्कार के मामले राजस्थान में न्याय की राह देख रहीं हैं और चालिस फीसदी मामलों को राज्य की पुलिस ने गलत ठहरा कर खारिज कर दिया...
View Articleह्यूगो चावेज़: इक्कीसवीं सदी के समाजवाद का योद्धा
जेल से छूटने के बाद चावेज ने सिमोन बोलिवार की विरासत को आगे ले जाने का निर्णय लिया. चावेज ने पूरे देश मे 100 दिनों का निर्णायक दौरा किया. उनको मिल रहे व्यापक जन समर्थन से परेशान होकर मीडिया ने उन्हे...
View ArticleSpew Venom, Enjoy Life
Who Scripted Mr Varun Gandhi's Acquittal !- subhash gatade"This is not a hand (Congress symbol), it is the power of the lotus (BJP symbol). It will...
View Article'औरत' पैदा नहीं होती बनाई जाती है!
कंचन जोशी-कंचन जोशीअंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष"...सिमोन का कथन था कि औरत पैदा नहीं होती, बनाई जाती है. यानि औरत होना एक मानसिकता है. इसी प्रकार बलात्कार भी एक मानसिकता है जो सदियों से औरत पर...
View ArticleAfzal Guru Hanging : A Kashmiri Perspective
Dr. Sheikh Showkat Hussain-Dr. Sheikh Showkat Hussain"...Kashmiri perception finds reflection rather confirmation from the letter of Afzal Guru to his lawyer. He has clearly stated that those who...
View Articleकश्मीरी नजरिये से अफजल गुरु की फांसी
-डॉ. शेख शौकत हुसैन(Afzal Guru Hanging : A Kashmiri Perspective शीर्षक से मूल आलेख अंग्रेजी में प्रकाशित किया गया था. हिंदी के पाठकों के लिए इसका अनुवाद अभिनव श्रीवास्तवने किया है. -मॉडरेटर)डॉ. शेख...
View Articleजत्थों से राह बनाता वाम
सत्येंद्र रंजन-सत्येंद्र रंजन"...इस बीच माकपा के बड़े नेताओं ने देश के चार स्थानों से संघर्ष संदेश जत्थे निकाले हैं। इन जत्थों की यात्रा उन्नीस मार्च को दिल्ली में एक रैली के साथ पूरी होगी। तब यह...
View Articleएबीवीपी का छात्रों के अनशन पर हमला!
-सरोज कुमार सरोज कुमार"...यह अनशन विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करने को लेकर था। यानि यह विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ था ना कि एबीवीपी या किसी अन्य संगठन के खिलाफ। फिर एबीवीपी की ओर से हमला क्यों...
View Articleगंभीर मसले का हल्का-फुल्कापन
उमाशंकर सिंह-उमाशंकर सिंह"...बीते एक बरस के सिनेमा पर गर हम गौर करें तो हम पाते हैं कि यह करवट बदल कर उस तरफ अपना मुंह मोड़ रहा है जहां से थोड़ी दूरी से ही, थोड़ा धुधला और बदले हुए रूप में ही सही,...
View Articleबलूचिस्तान का सवाल!
विनय सुल्तान-विनय सुल्तान"...बलूचिस्तानका जिक्र होने पर जो तस्वीर दिमाग में उभरती है वो है लम्बी दाढ़ी. पगड़ी और हाथ में AK 47 लिए हुए मौलाना किस्म के ही की. ये तस्वीर हमें इस्लामिक क्रांति के...
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