नफरत फैलाने वाली ताकतें तो दोनों मुल्कों में बैठी हैं: मदीहा गौहर
लगभग 30 साल से पाकिस्तान में महिलाओं के लिए थियेटर के जरिए मदीहा गौहर काम कर रही हैं। वह लाहौर में ‘अजोका’ नाम का चर्चित थियेटर चलाती हैं। अदाकारा बनने के जुनून के चलते उनकी शादी तक टूट गई थी। लेकिन,...
View Articleमहिला मुक्ति की मज़बूत 'रिपोर्ट' और उदासीन सरकार
सत्येन्द्र रंजन-सत्येंद्र रंजन"...गौरतलब है कि वर्मा समिति ने अपनी रिपोर्ट को सिर्फ कुछ कानूनी प्रावधानों में हेर-फेर तक सीमित नहीं रखा, बल्कि बलात्कार या महिलाओं की असुरक्षा के प्रश्न को...
View Articleनंदी साहब! अन्याय की जमीन पर नैतिकता की फसल नहीं उगती
-रजनीश"...भ्रष्टाचारको "उसकी कमीज मेरी कमीज से सफ़ेद कैसे" की तर्ज़ पर देखने वाले इन लापरवाह समाजशास्त्रियों में इतनी भी क्षमता नहीं कि यह देख सकें कि इस लोकतंत्र के सभी खम्भों में अपने वाजिब हक से...
View Articleविश्वरूपम बवालिया नहीं सवालिया फ़िल्म है!
-दिलीप खानदिलीप ख़ान"...हासन सा’ब उमर से सवाल पूछते हैं कि उसने हिंदी कहां सीखी, तो जवाब मिलता है- अयोध्या, मुंबई, कश्मीर और मालेगांव के दौरे से। फ़िल्म को विशुद्ध मनोरंजन मानने वाले लोगों को ऐसे...
View Articleज़ुबान पर पहरे का निज़ाम
सत्येंद्र रंजन-सत्येंद्र रंजन "...सरकारों और न्यायपालिका के रुख के नतीजा यह होगा कि आशीष नंदी (या कोई बुद्धिजीवी) अब गंभीर और जटिल विषयों पर चर्चा के दौरान भी नाप-तौल कर बोलेंगे। कमल हासन (या कोई...
View Articleराजेन टोडरिया : एक लड़ाकू पत्रकार का राजनीतिक भटकाव
-इन्द्रेश मैखुरीइन्द्रेश मैखुरी "...शिमला से उनके वापस लौटने के बाद हम एक दुसरे ही राजेन टोडरिया को देखते हैं. उस राजेन टोडरिया को जो वामपंथ की बात तो करता है, अपने वामपंथी होने का हवाला भी देता है,...
View Articleलोकतंत्र के लिए एक मुकम्मल दिन: अरुंधति राय
अरुंधति राय-अरुंधती रायअनुवाद: रेयाज उल हक साभार: द हिंदू"...संसद हमले के मामले में हमारी सामूहिक चेतना का किसने निर्माण किया? क्या ये वे तथ्य होते हैं, जिन्हें हम अखबारों से हासिल करते हैं? फिल्में,...
View Articleकश्मीर की एक यात्रा : अफजल गुरु, तबस्सुम और ग़ालिब
अमिताव कुमार-अमिताव कुमारपिछले दिनों मोदी के हिंदुत्व के बरक्श अदनी दिख रही कांग्रेस ने (कसाब के बाद) अफजल गुरु को फांसी में लटका कर 'भारतीय जनमानस (हिंदुवादियों और 'देशभक्तों') की सामूहिक...
View Articleबेवजह नज़रबंदी का लेखा-जोखा
इफ्तिखार गिलानीअफजल गुरु की फांसी के दिनइफ्तिखार गिलानी ने अपनी ५ घंटे के लिए की गई नज़रबंदी के बाद ये पोस्ट लिखी थी। पेश है दिलीप खानद्वारा किया उसका हिंदी तर्जुमा-सुबह 10.30 बजे ऑफिस जाने के लिए मैं...
View Articleमुसीबत में पी जे कुरियन
रमेश भगत-रमेश भगत"...कुरियन की मुश्किलें इस वजह से और बढ़ गई हैं कि इस सामूहिक बलात्कार मामले के मुख्य आरोपी धर्मराजन ने कहा है कि इस घटना के वक्त खुद कुरियन गेस्ट हॉउस में ही मौजूद थे. उसने यह भी कहा...
View Articleदेहरादून में कश्मीरी छात्रों का प्रदर्शन और गिरफ्तारी
-प्रेक्सिस प्रतिनिधि"...कश्मीर की आजादी के पक्ष में और अफजल को फांसी दिए जाने के विरोध में ये छात्र बैनर और पोस्टर लिए परेड मैदान में एकत्र हुए थे। प्रत्यक्षदर्शियों कहना है कि ये लोग कश्मीर की आजादी...
View Articleदिल्ली में दो प्रदर्शन, भगवा गुंडे और पुलिसिया गठजोड़
-अंजनी कुमारअंजनी कुमार"...कोई भी विरोध का स्वर उठता पुलिस उसे घसीटते हुए अपने गुंडों में ले जाकर छोड़ जाती और मार पिटाई का दौर शुरु हो जाता। ये गुंडे खुलेआम डंडा लिए घूम रहे थे, मार रहे थे, बदतमीजिया...
View Articleसबसे बड़ा लोकतंत्र और कश्मीर में नज़रबंद चौथा स्तंभ
अंकित फ्रांसिस -अंकित फ्रांसिस(ग्रेटर कश्मीर के प्रकाशक राशिद मख्दूमीसे बातचीत पर आधारित आलेख) "..कोई एडवाइजरी नहीं जारी की गयी, कोई लिखित सूचना नहीं लेकिन देश की रक्षा और एकता का हवाला दे (दिल्ली में...
View Articleशिवसेना द्वारा पिटे कश्मीरी युवकों का दर्द : एक मुलाक़ात
सुनीता भास्कर-सुनीता भास्कर"...लेकिन हमें बार-बार टेरिरिस्ट कहा जाता है। हमारे हिंदु क्लासमेट हमारी फेसबुक वाल पर कई बार टेरिरिस्ट टेरिरिस्ट लिख देते हैं। अफजल को फांसी होने पर हमारी कुलिग के फोन पर...
View Articleगोरखालैंड की राजनीति और विमल गुरुंग के असमंजस
रमेश भगत-रमेश भगत"...दरअसल विमल गुरूंग के इतना उत्तेजित होने का एक कारण यह भी है कि अलग गोरखालैंड राज्य के लिए लड़ने वाले अन्य संगठन विमल गुरूंग से नाराज हैं। उनकी नाराजगी का कारण जीटीए है। अन्य...
View Articleक्या कश्मीर की आज़ादी ही हल है?
-डॉ. मोहन आर्याअन्तराष्ट्रीय कूटनीति के सबसे जटिलतम भूगोलों में से एक कश्मीर, का राजनीतिक संकट फिर चर्चा के केन्द्र में आ गया है. अबकी बार इस चर्चा की वजह बनी है कश्मीर के एक नागरिक को भारतीय चुनावी...
View Articleदेहरादून में शांतिपूर्ण प्रोटेस्ट में विहिप का हंगामा
सुनीता भास्कर "...पीयूडीआर के मानवाधिकार कार्यकर्ता गौतम नवलखा ने कहा कि जनवादी आवाजों के खिलाफ हमेशा यही कार्यवाही की जाती है। जो अपनी विचारधारा जनता पर थोपना चाहते हैं उन्हें हमेशा छूट दी जाती रही...
View Articleत्रिपुरा चुनाव : वाम फिर सत्ता की ओर
रमेश भगत-रमेश भगत"...त्रिपुरा में सरकार विरोधी लहर कहीं दिखाई नहीं दी। लोगों ने उत्साह से मतदान में हिस्सा लिया। त्रिपुरा में वोटिंग प्रतिशत हमेशा अच्छा रहा है। इस बार 93.57 फीसदी मतदान हुआ जो कि अपने...
View Articleस्त्री संघर्ष और स्त्री मुक्ति के नाम होगा आठवाँ गोरखपुर फिल्म फेस्टिवल
मनोज कुमार सिंह"...आठवाँ गोरखपुर फिल्म फेस्टिवल स्त्री संघर्ष और स्त्री मुक्ति को समर्पित है। इस सिलसिले में प्रसिद्ध फ्रांसीसी फिल्मकार रॉबर्ट ब्रेस्सों की फीचर फिल्म मूशेत जो कि एक किशोरी के व्याकुल...
View Articleकश्मीर की ‘आजादी’, आखिर किसके लिए?
-सत्येंद्र रंजनकश्मीर बहस-2सत्येंद्र रंजन"...प्रश्न यह है कि क्या इन शब्दों से भारतीय संवैधानिक व्यवस्था का कोई विरोध है? क्या अपने सभी नागरिकों से “सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय”, “विचार,...
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