रावतभट्टा परमाणु रिएक्टर की तबाही
"...यह रिएक्टर प्लांट भले ही भारत के शहरों को रोशनी दे लेकिन इस गांव के भविष्य को अंधेरे में डुबो दिया है. दूसरे को रोशन करने के लिए जिन लोगों की ज़मीन गई, घर गया उनको मिला तो पीढ़ी दर पीढ़ी के लिए...
View Articleसाजिशों की दास्तान “ऑपरेशन अक्षरधाम”
अवनीश कुमार“…यह किताब मुख्य रूप से जिन बिंदुओं पर चर्चा करती है उनमें पुलिस, सरकारी जांच एजेंसियों और खुफिया एजेंसियों तथा निचली अदालतों और उच्च न्यायालय तक की कार्यप्रणालियों और सांप्रदायिक चरित्र का...
View Articleमजदूरों की लाश पर कंस्ट्रकशन
-सुनील कुमारसभी की चाहत होती है कि उसका एक अपना घर हो। लोग रोजगार की तलाश मंे महानगरों और बड़े शहरों की ओर भाग रहे हैं जिससे कुछ शहरों की आबादी में बेतहासा वृद्धि हो रही है। यही कारण है कि महानगरों में...
View Articleपुरस्कार वापसी का अर्थ
"...गौरतलब है की इन घटनाओं को अंजाम देनेवाली या उन्हें प्रत्यक्ष या परोक्ष प्रश्रय देनेवाली ताक़तों को कोई दुःख , कोई पछतावा भी नहीं है और इस तरह हमारे अमानवीकृत होते समाज में दुःख की भी हत्या हो रही...
View Articleहरीश रावत के जिंदल प्रेम में एक्सपोज़ हुई भाजपा
पुष्कर सिंह बिष्ट । अल्मोड़ारानीखेत के नैनीसार में जिंदल समूह को कौड़ियों के भाव ग्रामीणों की जमीन देने के विरोध में आए उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के पीसी तिवारी व उनके आठ सहयोगियों सहित बड़ी संख्या में...
View Articleफेलोशिप बंद किए जाने के खिलाफ़ छात्रों का प्रदर्शन
"...छात्रों ने दिल्ली के अपने साथियों पर हुए बर्बर लाठी चार्ज की निंदा करते हुए कहा कि शिक्षा हमारा बुनियादी हक़ है और यूजीसी का यह फैसला अप्रत्यक्ष तरीके से हमारे इस बुनियादी हक़ को सीमित करता है। एक...
View Articleजाजोर पहाड़ की लड़ाई
आखिर ऐसा क्या था जाजोर पहाड़ के अधिग्रहण में कि शिपात खान गोविन्दगढ़ तहरीक को दोहराने की चेतावनी दे रहे थे. अलवर-तिजारा-जयपुर रोड पर किथूर गांव के पास अरावली श्रंखला का महत्वपूर्ण पहाड़ है जजोर. यह पहाड़...
View Articleमायने निदा फ़ाज़ली के
-अभिनव श्रीवास्तव"...ऐसे समय में निदा फ़ाज़ली को समझना खुद उन्हीं के शब्दों में ‘आवाजों के बाजारों में खामोशी’ को पहचानने जैसा है। इसी खामोशी के भीतर निदा फ़ाज़ली की ग़ज़लें और उनकी नज़्में पूरी ऊर्जा, हिम्मत...
View Articleएक यादगार दोस्त की याद
-आनंद स्वरूप वर्मा"..दिल में एक बार फिर से वे सारी सरगर्मियां शुरू हो गयी हैं जो सात साल के लंबे पतझड़ के पत्तों में ग़़र्क हो गयी थीं। तुम अगर कभी सीलन भरे जंगल में गए हो तो तुमने पतझड़ के पत्तों को उनके...
View Articleचलें क्या पिंडारी ग्लेशियर - 1
उत्तराखंड में ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए पिंडारी ग्लेशियर एक महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन है. पिंडारी के साथ ही हिमालय के कई शिखरों, घाटियों में लम्बी-लम्बी यात्राओं का अनुभव बटोर चुके केशव भट्टपिंडारी से...
View Articleचलें क्या पिंडारी ग्लेशियर - 2
उत्तराखंड में ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए पिंडारी ग्लेशियर एक महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन है. पिंडारी के साथ ही हिमालय के कई शिखरों, घाटियों में लम्बी-लम्बी यात्राओं का अनुभव बटोर चुके केशव भट्ट पिंडारी से...
View Articleचलें क्या पिंडारी ग्लेशियर - 3
उत्तराखंड में ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए पिंडारी ग्लेशियर एक महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन है. पिंडारी के साथ ही हिमालय के कई शिखरों, घाटियों में लम्बी-लम्बी यात्राओं का अनुभव बटोर चुके केशव भट्ट पिंडारी से...
View Articleचलें क्या पिंडारी ग्लेशियर - 4
उत्तराखंड में ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए पिंडारी ग्लेशियर एक महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन है. पिंडारी के साथ ही हिमालय के कई शिखरों, घाटियों में लम्बी-लम्बी यात्राओं का अनुभव बटोर चुके केशव भट्ट पिंडारी से...
View Articleचलें क्या पिंडारी ग्लेशियर - 5
उत्तराखंड में ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए पिंडारी ग्लेशियर एक महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन है. पिंडारी के साथ ही हिमालय के कई शिखरों, घाटियों में लम्बी-लम्बी यात्राओं का अनुभव बटोर चुके केशव भट्ट पिंडारी से...
View Articleकश्मीर बहस 1 : भारत की कूटनीतिक हार बनता कश्मीर
अंतरराष्ट्रीय राजनीति के सबसे जटिलतम भूगोलों में से एक कश्मीर का संकट फिर चर्चा के केन्द्र में आ गया है. अबकी बार वजह बनी हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर और पोस्टर बॉय बुरहान वानी की सुरक्षाबलों के साथ...
View Articleकश्मीर बहस 2 : क्या कश्मीर की आज़ादी ही हल है?
-डॉ. मोहन आर्याअंतरराष्ट्रीय राजनीति के सबसे जटिलतम भूगोलों में से एक कश्मीर का संकट फिर चर्चा के केन्द्र में आ गया है. अबकी बार वजह बनी हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर और पोस्टर बॉय बुरहान वानी की...
View Articleयुद्धोन्माद और 'बासू, द लिटिल स्ट्रेंजर'
रोहित जोशीउड़ी हमले के बाद से बरास्ता मीडिया देश फिर युद्धोन्माद में है. इसलिए पुन:श्च..तबियत खराब हो, रात में नींद नहीं आ रही हो और आप फिल्मों के शौक़ीन हों तो फ़िल्में देखना ही सबसे बढ़िया तरीका होता...
View Articleआपको मालूम है.. झारखंड जल रहा है!
-रूपेश कुमार सिंहस्वतंत्र पत्रकार"..इस बार वर्षों से झारखंड के आदिवासियों-मूलवासियों के दिलों में दबे हुए शोले को चिंगारी देने का काम किया है मौजूदा भाजपा सरकार की नई स्थानीय नीति व सीएनटी-एसपीटी एक्ट...
View Articleलड़कियों की ‘हिंट’ समझने से पहले ‘पिंक’ देखें
-उमेश पंत"...कभी-कभी केवल अंडरटोन से काम नहीं चलता. कुछ बातें होती हैं जो दो-टूक , साफ़-साफ़ कहनी पड़ती हैं. जब समाज का एक बड़ा हिस्सा ग़लत ‘हिंट’ लेने लगता है तो उसे केवल ‘हिंट’ देने से काम नहीं चलता....
View Articleएक प्रजाजन की ख़ामोश विदाई...
-आशुतोष उपाध्यायजन इतिहासकार डॉ. राम सिंह को श्रद्धांजलिडॉ. राम सिंह से मेरा परिचय उनके बड़े बेटे भरत (स्व. भारत बंधु) के मार्फ़त हुआ था. हाईस्कूल के आगे की पढ़ाई के लिए मैं 1978 में पिथौरागढ़ पहुंचा था और...
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