सवाल विकास का नहीं विकास के मॉडल का है
प्रेम पुनेठा-प्रेम पुनेठा"...अगर माओवाद का सैनिक समाधान खोज लिया जाए और दंडकारण्य से उन्हें खदेड़ दिया जाए तो इससे आदिवासियों के जीवन में क्या गुणात्मक परिवर्तन आ जाएगा। जिस विकास के मॉडल को लेकर वहां...
View Articleलोकतंत्र की राजनीति, दरभा और माओवाद
पुष्यमित्र-पुष्यमित्र"...दरअसल लोकतंत्र की हत्या का जुमला उछालते वक्त हम भूल जाते हैं कि रेड कॉरिडोर में लोकतंत्र की हत्या अक्सर हो जाती है. दरभा नरसंहार से कुछ ही दिनों पहले, हफ्ता भी शायद ही बीता...
View Articleयह हमला लोकतंत्र पर है या लोकतंत्र विरोधियों पर?
सुनील कुमार-सुनील कुमार"... माओवादियों पर क्रूरतापूर्वक हत्या करने की बात कही जा रही है जब कि ‘परिवर्तन यात्रा’ में शामिल डॉ. शिव नरायण के अनुसार, ‘‘मेरे पैर से खून बहता देख उनके कमांडर ने कहा कि...
View Articleवाम के साथ की मनमोहनी याद
सत्येंद्र रंजन-सत्येंद्र रंजन"...वामपंथी दलों से सहयोग का दौर प्रधानमंत्री को शायद इसलिए याद आता होगा क्योंकि इन दलों ने सत्ता के सुख के लिए उनसे सौदेबाजी नहीं की। उनकी कुछ नीतियों में अतिरेक और कई...
View Articleमारूति मजदूरों के आन्दोलन पर सरकारी दमन
-सुनील कुमार"...इस घटना को 300 से अधिक दिन हो गये हैं उस समय से अभी तक 147 मजदूर जेल में अमानवीय जिन्दगी जी रहे हैं उनके परिवार कोर्ट का चक्कर लगा रहे हैं। मजदूरों के अधिकारों का दमन करने के लिए खुले...
View Articleमीडिया नियंत्रण बनाम नियमन की उलटबांसियां
भूपेन सिंह-भूपेन सिंहमीडिया के नियमन के लिए अधिकार संपन्न वैधानिक नियामक का होना ज़रूरी है. इसमें मीडिया मालिकों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए. -पार्लियामेंटरी स्टैंडिंग कमेटी ऑन इनफॉर्मेशन...
View Articleसौ साला सिनेमा और बांबे टाकीज
उमाशंकर सिंह-उमाशंकर सिंह"...क्या चारों निर्देशकों का चयन निर्माता ने फिल्म निर्देशकों, फिल्म लेखकों या फिल्म के अन्य विभाग से जुड़े पंजीकृत लोगों या फिर दर्शकों के बीच सर्वे कर किया था? या फिर चुनाव...
View Articleउत्तराखंड की भीषण आपदा और बेहद लचर राहत कार्य
इन्द्रेश मैखुरी-इन्द्रेश मैखुरी"...गोविन्दघाट पहुँचने पर जब हमने इन सिख तीर्थ यात्रियों से बात करनी शुरू की तो हमें घेर कर ये कहने लगे कि आप पहले सरकारी लोग हैं,जो यहाँ पहुंचे हैं. हमने उन्हें बताया कि...
View Articleभूमि का जबरन अधिग्रहण और कृषि औजारों की मूर्तियाँ
-विनय सुल्तानविनय सुल्तान "...इसीबीच नरेन्द्र दामोदर मोदी ने 1800 करोड़ के लागत की वल्लभ भाई पटेल की लोहे की मूर्ति बनाने की घोषणा की है. यह मूर्ति दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा होगी. मोदी इस प्रतिमा को...
View Articleविकास के मॉडल की आपदा
कृष्ण सिंह-कृष्ण सिंह"...उत्तराखंड में विकास का जो मॉडल चल रहा है उसने यहां के पर्यावरण, जैव विविधता और पारिस्थितिक तंत्र पर व्यापक प्रतिकूल असर तो डाला ही है, साथ ही पहाड़ की समूची भौगोलिक संरचना के...
View Articleपहले हिमालय का सही मूल्यांकन तो हो
भास्कर उप्रेती-भास्कर उप्रेती "...सरकार के रुख को देखकर तो यही लग रहा है कि केंद्र ने जो १००० करोड़ की आपदा राशि राज्य को दी है, वह इसी तरह मंदिर और सम्बंधित निर्माणों में खर्च कर दी जाएगी. साफ है कि...
View Articleपरिजनों की व्यथा भी कम नहीं है
सुनीता भास्कर-सुनीता भास्कर"...आज सुबह जब उनके तंबू पर पहुंच अलग अलग ग्रुपों में बैठे गुजरात, राजस्थान व हरियाणा के लोगों की सुध लेनी चाही तो उनके भीतर का ज्वालामुखी फूट पड़ा। उनके दिलों की आग उनकी...
View Articleअल्मोड़ा में आयोजित होगा तृतीय हेम चंद्र पांडे स्मृति व्याख्यान
तीसरा हेम चंद्र पांडे स्मृति व्याख्यान ( 3rd Hem Chandra Pandey Memorial Lecture) विषय- कॉरपोरेट लूट, तबाही और पत्रकारिता के उत्तरदायित्वबीज वक्तव्य- आनंद स्वरूप वर्मा2 जुलाई 2013समय- 12बजे...
View Articleतबाह गाँवों की तरफ एक यात्रा
इन्द्रेश मैखुरी-इन्द्रेश मैखुरी"...इस सब के बीच जो नहीं है तो वो है सरकार और प्रशासन नाम की चीज.मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा सामन्य दिनों की ही तरह दिल्ली में नजर आ रहे हैं.फर्क सिर्फ इतना है कि आपदा के...
View Articleकॉरपोरेट लूट और सरकारी गठजोड़ ही तबाही का कारण है:आनंद स्वरूप वर्मा
-प्रैक्सिस प्रतिनिधितीसरे हेम चन्द्र पांडे स्मृति व्याख्यान का आयोजन"...श्री वर्मा ने कहा कि कॉरपोरेटों की इस घुसपैठ और प्राकृतिक संसाधनों की लूट के खिलाफ संभावित आंदोलनों के दमन के लिए माहौल बनाने के...
View Articleसाथ रहेगा मडिबा का साया
सत्येंद्र रंजन-सत्येंद्र रंजन"...मडिबा की शख्सियत निसंदेह उनके संघर्ष से बनी। उनके त्याग, समर्पण और नेतृत्व क्षमता ने ही रंगभेद विरोधी हजारों सेनानियों में उन्हें सबसे केंद्रीय स्थान प्रदान किया। मगर...
View Articleसंथाल परगना में नक्सलियों की दस्तक
रमेश भगत-रमेश भगत "...अगर सभी खनिज तत्वों का खनन करने का काम शुरू कर दिया गया तो इलाके में व्यापक पैमाने पर विस्थापन होगा जिससे ना सिर्फ सामाजिक असंतुलन बढ़ेगा बल्कि इस इलाके की प्राकृतिक सुंदरता और...
View Articleकाश बनारस का लौंडा पास हो जाता....
कृष्ण कुमार-कृष्ण कुमार"...बनारस से जब फिल्म निकलती है तो उसकी पृष्ठभूमि में अलीगढ़ से जोया का जेएनयू आना है. जोया जेएनयू यूं ही नहीं आ गई है. इसकी भी एक पृष्ठभूमि है जो फिल्म में नहीं बल्कि यथार्थ में...
View Articleआपदा के बहुआयाम
मदन मोहन चमोली-मदन मोहन चमोली"...अब तक आपदाओं को लूट के अवसर में बदलती रही सरकारें, इस बार और भी बड़े पैमाने पर सक्रिय हो चुकी हैं. इसलिए उत्तराखंड से लेकर केंद्र सरकार तक केदारनाथ धाम को फिर से पहले...
View Article'भाग मिल्खा भाग' के बहाने
अविनाश कुमार चंचल-अविनाश कुमार चंचल"...दरअसल बात यह भी है कि हमारे समाज में मिल्खा जैसों के लिए काफी इज्जत, सम्मान तो है लेकिन ये सब सिर्फ एक जीते हुए सफल मिल्खाओं के लिए है- हारे या कोशिश कर रहे...
View Article