चर्चा आफत की,पुष्पेश जी हाँकें रावत की !
इन्द्रेश मैखुरी"...इतने पर ही पुष्पेश जी नहीं ठहरे बल्कि इसके आगे बढ़ कर उन्होंने ऐलान कर डाला कि “रावत साहब हमारे दुर्भाग्य से,हमारे सूबे के मुख्यमंत्री नहीं हैं”. ज़रा इस पर भी नजर डाल लें कि जिन...
View Articleआतंकवाद से फर्जी लड़ाई
सत्येंद्र रंजन-सत्येंद्र रंजन "...खुफिया ब्यूरो (आईबी) के बचाव में जैसी मुहिम चलती दिखी, उससे यह सवाल खड़ा होता है कि कानून के राज और नागरिक अधिकारों की मूल धारणा पर आधारित संविधान के लागू होने के...
View Articleजयपुर (कॉरपोरेट) लिट. फेस्ट. के बरक्स 'जन साहित्य उत्सव'की तैयारी करें!
मुकेश गोस्वामी-मुकेश गोस्वामी"...बाजारीकरण के इस दौर में किसी भी लेखक की किताब की बिक्री से उसके लेखन का कद निर्धारित होता है, न कि उसके लेखन की विषय-वस्तु के आधार उसका मूल्यांकन किया जाता है। इसमें भी...
View Articleआपदा पीड़ितों के मानसिक स्वास्थ का सवाल
बिमल रतूड़ी-बिमल रतूड़ी"...इस बार की आपदा में उत्तराखंड ने बहुआयामी मार झेली है, हजारों लोग मरे हैं, हजारों की तादात में लोगों के घर टूटे हैं, कई गायब हैं इतनी बड़ी विपत्ति के बाद लोगों के मानसिक पटल...
View Articleचमचमाती दिल्ली बनाम अम्बेडकर बस्ती
सुनील कुमार-सुनील कुमार"...मुम्बई का धारावी हो, कोलकता का नोनाडांगा या दिल्ली के अम्बेडकर बस्ती जैसी अन्य बस्तियां; इन बस्तियों मे रहने वालों ने शहर को बनाया है और उन्हीं के बदौलत ये साफ-सफाई के काम,...
View Articleमिल्खा को भगाने में कहीं कुछ पीछे तो नहीं छूटा?
कृष्ण कुमार-कृष्ण कुमार"...फिक्शन फिल्म को यह छूट दी जा सकती है. मगर सच्ची तारीखों में गुथी एक कहानी को फिल्म में ढालने पर यह छूट यूं ही नहीं दी जा सकती. क्या रोम ओलंपिक में मिल्खा की हार की यही वजह...
View Articleविकास के बुनियादी प्रश्न
सत्येंद्र रंजन-सत्येंद्र रंजन "...अर्मत्य सेन के विचारों के संदर्भ में जीडीपी वृद्धि दर बनाम सामाजिक विकास का अंतर्विरोध खड़ा करने की कोशिश को तथ्यों की अनदेखी ही माना जाएगा। बहरहाल, जीडीपी विकास दर,...
View Articleधारचुला-मुनस्यारी पर भी पड़ी है आपदा की गहरी मार
जगत मर्तोलिया-जगत मर्तोलियाउत्तराखंड में 16 व 17 जून को आयी भीषण त्रासदी के कारण पिथौरागढ़ जिले के धारचूला व मुनस्यारी में गोरीगंगा, धौलीगंगा तथा काली गंगा ने जो तबाही मचाई उसकी जमीनी रिपोर्ट धारचूला...
View ArticleUnrequited love or simply ‘self love’?
Shivani Nag -Shivani Nag"...A woman’s no means NO. No matter what the mainstream movies show you, a woman’s smile is not always indicative of her interest in you, it may just be sheer politeness. While...
View Articleधारचुला-मुनस्यारी पर भी पड़ी है आपदा की गहरी मार : चौथी किस्त
जगत मर्तोलिया-जगत मर्तोलियाआपदा प्रभावित धारचूला से मदकोट तक 107 किमी की पैदल यात्रा के दौरान पत्रकार और राजनीतिक कार्यकर्ता जगत मर्तोलिया की रिपोर्टो की तीन किस्त praxis में प्रकाशित की गई थी. इस...
View Articleपटना के रंगकर्मियों के आंदोलन के समर्थन में जुटे दिल्ली के रंगकर्मी
-प्रैक्सिस प्रतिनिधिदिल्ली के रंगकर्मियों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिया ज्ञापन बिहार संगीत नाटक अकादमी और कला संस्कृति विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार,अराजकता,अपसंस्कृति और सामंती अफसरशाही...
View Articleमशहूर दलित चिंतक कँवल भारती की गिरफ्तारी की निंदा
"आरक्षण और दुर्गाशक्ति नागपाल इन दोनों ही मुद्दों पर अखिलेश यादव की समाजवादी सरकार पूरी तरह फेल हो गयी है. अखिलेश, शिवपाल यादव, आज़म खां और मुलायम सिंह (यू.पी. के ये चारों मुख्य मंत्री) इन मुद्दों पर...
View Articleगैर-बराबरी पर गौर कीजिए
सत्येंद्र रंजन-सत्येंद्र रंजन"...यह रुझान नव-उदारवादी बुद्धिजीवियों के इस दावे को अविश्वसनीय बनाता है कि जब जलस्तर चढ़ता है तो सबकी नाव ऊंची होती है। ऐसा शायद हो सकता है, बशर्ते सबके पास नाव हो। अऩुभव...
View Articleशराब के खिलाफ संघर्षरत महिला नेत्री की हत्या
जगत मर्तोलिया-जगत मर्तोलिया"...शराब तस्करों ने उसके मुंह में जहरीला पदार्थ उढेल दिया, ताकि मामला आत्महत्या का बन जाय। इस बीच पुलिस संगीता को देखने नहीं आयी। संगीता के अंतिम फोन के बाद बागेश्वर शहर के...
View Articleमृत्युदंड के उलझते पेच
-सत्येंद्र रंजनसत्येंद्र रंजन"...दरअसल, यह बात सिर्फ दया याचिकाओं पर ही नहीं, बल्कि मृत्युदंड सुनाने की न्यायिक प्रक्रिया पर भी लागू होती है। पिछले साल खुद सुप्रीम कोर्ट ने ये टिप्पणी की थी कि अपने देश...
View Articleयुद्धोन्माद और 'बासू, द लिटिल स्ट्रेंजर'
रोहित जोशी-रोहित जोशी"...माना युद्ध ही इस समस्या का असल हल होता तो अब तक ये समस्या हल हो चुकी होती. क्योंकि पिछले 6 दशकों में हम पाकिस्तान से चार बड़े युद्ध कर चुके हैं. जिसके हार-जीत के स्तर पर जो भी...
View Articleसाहित्यकार-संस्कृतिकर्मियों ने दिया धरना : कंवल भारती पर से मुकदमा वापस लेने...
सुधीर सुमन-सुधीर सुमन"...आज के धरने में यह तय किया गया कि अगर यूपी की अखिलेश सरकार कंवल भारती पर से फर्जी मुकदमा वापस नहीं लेती, तो आने वाले दिनों में साहित्यकार संस्कृतिकर्मी यूपी भवन का घेराव करेंगे...
View Articleपुलिस सुधारों की मृग-मरीचिका
सत्येंद्र रंजन-सत्येंद्र रंजन"...इन सवालों के जवाब ढूंढने के लिए हमें पुलिस सुधारों के पूरे परिप्रेक्ष्य पर समग्रता से विचार करना होगा। असल में पुलिस सुधारों की बहस में दो ऐसे पहलू हैं जिनकी वजह से...
View Articleआइये, धूमिल को फिर पढ़ें...
सुदामा पांडे 'धूमिल''धूमिल' के संग्रह 'संसद से सड़क' तक के प्रथम संस्करण को प्रकाशित हुए भी अब 40 साल से ज्यादा हो गए हैं. इसी कविता संग्रह में संकलित दूसरी कविता 'बीस साल बाद' हर साल फिर जी उठती है,...
View Articleपुर्जों से बने शरीर के अंदर 'कुछ और' तलाशती एक फिल्म : शिप ऑफ थीसियस
उमेश पन्त -उमेश पन्त"...फिल्म में तीन कहानियां क्यूं हैं इसके पीछे की वजह भी आनन्द गांधी बताते हैं। वो कहते हैं कि जिन्दगी को अलग-अलग पर्सपेक्टिव से देखना उन्हें असल में समझने के लिए जरुरी है। ये ठीक...
View Article