मध्यवर्गीय व्यक्तिवाद के खिलाफ लगातार लड़ते रहे वाल्मीकि
बृजेश यादव-बृजेश यादव"...स्कूल ऑफ़ सोशल साइंसेज में दलित साहित्य कला केंद्र, प्रगतिशील लेखक संघ और जन संस्कृति मंच की ओर से आयोजित सभा में प्रोफ़ेसर मैनेजर पांडेय ने कबीर, नाभादास, अश्वघोष और बुद्ध को...
View Articleप्रतिबद्धता नहीं, बस खानापूर्ति :19 वां वॉरसा जलवायु परिवर्तन सम्मलेन
सत्येंद्र रंजन-सत्येंद्र रंजन"...वॉरसा में तय यह होना था कि धरती के वातावरण को पिछले ढाई सौ साल में मुख्य रूप से प्रदूषित करने वाले देश कार्बन कटौती के किसी निर्धारित वैधानिक लक्ष्य के लिए खुद को...
View Articleतिग्मांशु के सिनेमा का बुलेट राजा
मिथिलेश प्रियदर्शी-मिथिलेश प्रियदर्शी"...तो 'बुलेट राजा'की कहानी है, एक ब्राह्मण घर में पैदा हुए एक लंठ लड़के की, जिसे इस कुल में पैदा होने के सारे मतलब अच्छे से मालूम हैं, जो खुद को ब्राह्मण कुल का...
View Articleतेजपाल के बहाने...
अतुल आनंद-अतुल आनंद"...प्रभात खबर और तहलका जैसे प्रकाशनों ने अपने संघर्ष के शुरूआती दौर में वंचित तबकों के मुद्दों की पत्रकारिता कर अपना एक ब्रांड स्थापित किया. संघर्ष का दौर निवेश था, ब्रांड स्थापित...
View Articleनेपाल राजनीति का दलित प्रश्न
प्रेम पुनेठा-प्रेम पुनेठा"...राजशाही के दौर में तो उनके लिए कोई स्थान था ही नहीं। जब राजशाही खत्म हो गई तब भी उन्हें अपना अधिकार नहीं मिल रहा है। जब कि सच यह है कि राजशाही को खत्म करने के लिए चले...
View Articleबीएमसी को नहीं चाहिए मुंबई बनाने वाले मजदूर
अंकुर जायसवाल-अंकुर जायसवाल "...पर धीरे-धीरे बम्बई शहर के बढ़ने से मानखुर्द के उन जंगलों मतलब जमीनों की जरुरत और कीमत बढ़ने लगी, तो भूमि माफियाओं की नजर यहाँ पड़ना लाजमी था तो अचानक से ये लोग गैरकानूनी हो...
View Articleनेल्सन मंडेला : एक स्थाई प्रकाशस्तंभ
सत्येंद्र रंजन-सत्येंद्र रंजन"...मडिबा का नाम कबीलाई अस्मिता और नस्लों में बंटे उनके देश में एकता का भाव पैदा करता था। नेल्सन रोलिहलाहला मंडेला का एकता का ऐसा प्रतीक बन जाना सचमुच उल्लेखनीय है। जो...
View Articleकैमरे की नजर : नेपाल संविधान सभा चुनाव
आगामी मंगसिर ४ गते (यानी 19 नवम्बर ) को नेपाल अपनी संविधान सभा को बनाने के लिए दुबारा चुनाव करेगा. बहुत जटिल प्रश्नों पर राजनीतिक दलों के आपसी मतभेद के चलते अभी भी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि नेपाल...
View Articleपूंजी का संरचनात्मक संकट और शिक्षा : यूएस परिघटना : पहली क़िस्त
जॉन बेलेमी फ़ॉस्टर - जॉन बेलेमी फ़ॉस्टरअनुवादः रोहित, मोहन और सुनील (जॉन बेलेमी फ़ॉस्टर मंथली रिव्यू के संपादक हैं। वे, यूनिवर्सिटी ऑफ़ ऑरेगोन में समाजशास्त्र के प्रवक्ता और ‘द ग्रेट फाइनेंसियल...
View Articleजगत मर्तोलिया और साथियों की गिरफ्तारी क्यों?
तो कामरेड जगत मर्तोलिया अपने १० साथियों के साथ गिरफ्तार हो गए. ये वही जगत मर्तोलिया हैं जो लगातार उत्तराखंड के उन आपदा प्रभावित इलाकों की हकीकत हमें अपने आलेखों के मध्यम से बता रहे थे, जहाँ न कोई...
View Articleमर्तोलिया रिहा, कहा सरकार में आपदा प्रभावितों के सवालों का जवाब देने का नहीं...
-प्रैक्सिस प्रतिनिधिडीडीहाट (उत्तराखंड)प्रेस को संबोधित करते जगत मर्तोलिया और जोध सिह बोरा "...डीडीहाट में हुयी पत्रकार वार्ता में मर्तोलिया ने जेल से रिहा होने के बाद कहा कि मुख्यमंत्री की धारचूला की...
View Articleपूंजी का संरचनात्मक संकट और शिक्षा : यूएस परिघटना : दूसरी क़िस्त
जॉन बेलेमी फ़ॉस्टर - जॉन बेलेमी फ़ॉस्टरअनुवादः रोहित, मोहन और सुनीलजॉन बेलेमी फ़ॉस्टर मंथली रिव्यू के संपादक हैं। वे, यूनिवर्सिटी ऑफ़ ऑरेगोन में समाजशास्त्र के प्रवक्ता और चर्चित पुस्तक ‘द ग्रेट...
View Articleपूंजी का संरचनात्मक संकट और शिक्षा : यूएस परिघटना : तीसरी क़िस्त
जॉन बेलेमी फ़ॉस्टर - जॉन बेलेमी फ़ॉस्टरअनुवादः रोहित, मोहन और सुनीलजॉन बेलेमी फ़ॉस्टर मंथली रिव्यू के संपादक हैं। वे, यूनिवर्सिटी ऑफ़ ऑरेगोन में समाजशास्त्र के प्रवक्ता और चर्चित पुस्तक ‘द ग्रेट...
View Articleपूंजी का संरचनात्मक संकट और शिक्षा : यूएस परिघटना : चौथी/अंतिम क़िस्त
जॉन बेलेमी फ़ॉस्टर - जॉन बेलेमी फ़ॉस्टरअनुवादः रोहित, मोहन और सुनीलजॉन बेलेमी फ़ॉस्टर मंथली रिव्यू के संपादक हैं। वे, यूनिवर्सिटी ऑफ़ ऑरेगोन में समाजशास्त्र के प्रवक्ता और चर्चित पुस्तक ‘द ग्रेट...
View Articleमहिषासुर शहादत दिवस आयोजन और कुछ सवाल
-अतुल आनंद अतुल आनंद विगत वर्षों में देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय जेएनयू में दलित और पिछड़े वर्गों के छात्रों के संगठन की तरफ से हुई एक चर्चित मुहीम ‘महिषासुर शहादत दिवस’, प्रसार पा कर देश के बहुत...
View Articleनेपाल संविधान सभा चुनाव : राजनीतिक भंवर में फंसा देश
प्रेम पुनेठाप्रेम पुनेठा "...सविधान सभा में माओवादियों ने कर्इ समझौते किए जो उनकी नीतियों के खिलाफ थे। इससे पार्टी में असंतोष फैल गया। पार्टी में ही मोहन वैद्य ने नेतृत्व पर दक्षिणपंथी संसोधनवाद का...
View Articleनेपाल संविधान सभा चुनाव : माओवादियों के बंद पर, सबकी नजर
प्रेम पुनेठाप्रेम पुनेठा"...वैसे नेपाली सरकार ने चुनाव कराने के लिए सेना को भी सुरक्षा कामों में लगाने का आदेश दिया है। आज हम महेंद्रनगर और धनगढ़ी में थे और वहां पुलिस सड़कों पर दिखाई दे रही थी।...
View Articleजनादेशों के संदेश
आशीष भारद्वाज-आशीष भारद्वाज"...इतनीसीटें और इतनी बातों के निकलने का सीधा मतलब ये है कि ये बात अब दूर तलक जायेगी. आम आदमी पार्टी की जीत ने संभावनाओं और सवालों का जो पिटारा खोला है, उनके जवाबों का एक बड़ा...
View Articleदिल्ली में मोदी हारे हैं...
Nikhil Bhushan-Nikhil Bhushan(फेसबुक वाल से साभार)लीजिए माननीय नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में प्रचार क्या किया भाजपा का वोट प्रतिशत ही गिर गया। पिछले चुनाव (2008) में जहां भाजपा को 36.84 प्रतिशत वोट मिले...
View Articleवैश्विक अनुभवों से 'आप'की पड़ताल
सत्येंद्र रंजन-सत्येंद्र रंजन"...राजनीतिक शब्दावली में ऐसी राजनीतिक शक्तियों को Populist कहा जाता है। भारत में राजकोष से जन-कल्याणकारी या लोकलुभावन कार्यक्रम चलाने की घोषणाओं या उन पर अमल को Populist...
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